Wednesday, October 28, 2009

प्रथम टिप्पणी......

सभी को नमस्कार।
ब्लॉग में अक्सर दिल की भड़ास निकाली जाती है.......अच्छी या बुरी...... । जिसकी तारीफ़ हो उसके लिए अच्छी और जिसके सम्मान को ठेस पहुँचे उसके लिए बुरी...... । मेरे विचार से अच्छा या बुरा कुछ नहीं होता........सिर्फ़ सही या ग़लत हो सकता है । लेकिन देखना यह भी होगा की हमारा नज़रिया क्या है...?......हमें किसी के बारे में कितना कुछ कहने का अधिकार प्राप्त है.......बेहतर होगा कि किसी के भी बारे में लिखते समय ख़ुद के बारे में भी सोचा जाए और आत्म-विश्लेषण पर ही अधिक ध्यान दिया जाए। ख़ुद को कटघरे में खड़ा करने से अधिक बहादुरी का काम दूसरा नहीं है..........मैं यही कोशिश करूँगा.....पाठक-गण मुझे आशीर्वाद दीजिये.......